रवि शंकर प्रसाद जीवनी – Biography of Ravi Shankar Prasad in Hindi
Ravi Shankar Prasad Early Life
Ravi Shankar Prasad का जन्म ३० अगस्त १९५४ मैं बिहार के पटना सहर मैं हुआ था. और पटना यूनिवर्सिटी से ही इन्होने अपनी पूरी पढ़ाई की, इनके पिताजी ठाकुर प्रसाद सीनियर वकील थे पटना हाई कोर्ट के.
इनके पिताजी जन संघ पार्टी से जुड़ गए, अब क्योँकि इनके पिताजी राजनीती से जुड़े हुए थे तोह Ravi Shankar Prasad भी बहुत काम उम्र में राजनीती में आ गए और इन्होने ने कानून की पढ़ाई भी की.
M.A किया इन्होने पोलिटिकल साइंस से और पटना यूनिवर्सिटी से इन्होने LL.B की पढ़ाई की है.
Career
बहुत ही काम उम्र में इन्होने विरोध रैली में भाग लेना शुरू कर दिया, उस वक़्त यह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) इससे जुड़े हुए थे यह, और पटना यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट यूनियन के येह असिस्टेंट जनरल थे.
१९७० में इंदिरा गाँधी के खिलाफ विरोध होना शुरू हो गया था, अब छात्र आंदोलन जो था यह सब से ज़्यादा गुजरात और बिहार में हुआ. तोह इस छात्र आंदोलन से Ravi Shankar Prasad सामने आये, इन्होने आंदोलनों में भड़चढ़ कर हिस्सा लिया था.
लेकिन १९७५ में इमरजेंसी लग गयी, Indira Gandhi ने जून १९७५ में इमरजेंसी लगा कर सारी ताकत Indira Gandhi के पास आ गयी, तोह काफी सारे नेताओ को जेल में दाल दिया गया था इस में Ravi Shankar Prasad का नाम भी आता है. इमरजेंसी हटाई गयी १९७७ में, और उसके बाद जनता पार्टी सत्ता में आयी.
Career in BJP
- १९९५ में BJP National Executive जो Top Policy making Body है बीजेपी की उसका सदस्य Ravi Shankar Prasad को बनाया गया.
- अगस्त १९९५ में यह बीजेपी के ही National Executive Committee के सदस्य बन गए.
- अप्रैल २००० में येह पहली बार राज्य सभा से चुन कर आये.
- सितम्बर २००१ में जब अटल बिहारी वाजपयी की सरकार थी तब इनको राज्य मंत्री और कोयला और खदान मंत्री इन्हे बनाया गया.
- जुलाई २००२ में इन्हे फिर से राज्य मंत्री और कानून और न्याय मंत्री बनाया गया.
- जनवरी २००३ में येह फिर से राज्य मंत्री बने और सूचना और प्रसारण मंत्री बने.
- २००२ और २००३ में इन्होने मूवीज का इन्होने नवीनीकरण किया, गोवा में फिल्म मोहत्सव होता है ना वोह Ravi Shankar Prasad ने ही उसकी सलाह दी थी. इन्होने टीवी को घर घर तक पोहचाया.
- २००५ में इन्हे बीजेपी का राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया
- २००६ में यह वापस राज्य सभा से चुन कर आये.
- अगस्त २००६ में इनको IT की स्थाई समिति का सदस्य बनाया गया.
- अप्रैल २०१० में यह आल इंडिया के जनरल सेक्रेटरी बन गए और प्रमुख राष्ट्रीय प्रवक्ता बन गए बीजेपी के.
- अप्रैल २०१२ में यह फिर से राज्य सभा से चुन कर आये और २०१२ में ही उप नेता बने बीजेपी के.
- २०१४ में मोदीजी की सरकार आयी तोह इन्हे बहुत सारे पद दिए गए, इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्री और कानून और न्याय मंत्री.
२०१४ से लेकर २०१९ तक इन्होने बहुत सारे काम किये है, ख़ास कर के अगर हम डिजिटल फील्ड की बात करे तोह कमाल का काम रहा है.
२०१८ में यह चौथी बार राज्य सभा से चुन कर आये, २०१९ में यह लोकसभा से भी चुन कर आये.
Electronic Manufacturing
जैसे ही Ravi Shankar Prasad को IT मंत्री बनाया गया, तोह इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का विकास हुआ, जब २०१४ में मोदीजी आये थे तोह खाली दो मैन्युफैक्चरिंग यूनिट थे मोबाइल्स के, अभी २१६ यूनिट है Samsung तक के ने नॉएडा में फैक्ट्री दाल दी.
पहले Samsung के मोबाइल्स बहुत ज़्यादा महंगे मिलते थे, २०१४ में जो मोबाइल २५००० तक के मिलते थे आज वह ८००० में मिल रहे है, क्योँ? क्योँकि मैन्युफैक्चरिंग यूनिट अगर भारत में मनुफक्चर होगा तोह सस्ता मिलेगा, यहाँ पर IPhone बहुत महंगा मिलता है क्योँ? क्योँकि की बहार से लाते है.
आप China में जाके iPhone खरीदेंगे या America में जाके iPhone को खरीदेंगे तोह आपको सस्ता पड़ेगा, तोह इसी लिए भारत में मनुफैक्चर सेक्टर को विकसित किया Ravi Shankar Prasad ने. और इस समय तोह भारत second largest mobile phone producers है पूरी दुनिया में.
Common Service Centers
एक और बहुत बड़ा काम किया इन्होने और वह है Common Service Centers (CSC), CSC की बात करे दोस्तों तोह यह डिजिटल इंडिया का Inclusive program है, इस में हुआ क्या है की Common Service Centers बनाये गए, अभी Common Service Centers क्या है?
Common Service Centers मतलब एक ऐसा Service Center जहा पर आपको सारी डिजिटल सर्विस मिलेगी, इस मैं आप अपना PAN कार्ड बना सकते है, रेलवे की बुकिंग कर सकते है, आधार कार्ड बनवा सकते है, आयुष्मान भारत में आप उपस्थिति पंजी करवा सकते है, तोह जो भी इलेक्ट्रॉनिक सुविधा आपको चाहिए वह आपको यहाँ पर मिलेगी, वैसे यह गाँव में आपको ज़्यादा देखने को मिलेगा.
पेहले क्या होता था की PAN कार्ड बनवाना है तोह अलग जाओ, अगर आपको आधार कार्ड बनवाना है तोह आप अलग जाओ, तोह दिक्कत बहुत होती थी, अब एक ही Service Center है Common Service Center है यहाँ पर आप सब कुछ बनवा सकते है.
एक और बड़ी चीज़ इन्होने यह कर दी की ऑनलाइन कर दिया सबकुछ, यह बहुत भड़िया है अगर भारत को आगे भड़ाना है भ्रष्टाचार को रोकना है तोह ऑनलाइन से बड़ा हथ्यार कोई नहीं.
२०१४ के बाद से आपने देखा होगा की चीज़े ऑनलाइन हो गयी, पासपोर्ट भी आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते है घर बैठे, पहले भी आप ऑनलाइन अप्लाई कर सकते थे लेकिन बड़ी दिक्कत होती थी, ऐसे ही वोटिंग कार्ड भी वोटिंग कार्ड के लिए भी आप आसानी से अप्लाई कर सकते है.
और यह Service Center ग्रामपंचायत में आपको सब से ज़्यादा आपको देखने को मिलेंगे ८३,००० से ज़्यादा है अभी, और अगर गाँव को ताकत मिलेगी तोह बहुत अच्छा है भारत के लिए भी. और इस वजह से क्या हो रहा है की नयी नौकरिया मिल रही है ज़ाहिर सी बात है अगर इतने सारे Service Center होंगे तोह नौकरिया भी मिलेगी, १००,००० डायरेक्ट और इंदिरेक्ट नॉरकिया इसी Service Centers की वजह से मिली है.
Stree Swabhimaan
इसके बाद स्त्री स्वाभिमान Sanitary Pads की बहुत ज़्यादा दिक्कत है यह हम सब को पता है, जब माहवारी होती है तोह गाँव में ऐसे बहुत सी औरते है जिनके पास Sanitary Pads नहीं है और कोई भी कपडा लगा देती है जिसकी वजह से बहुत सी बीमारिया होती है और कभी कभी तोह मौत भी हो जाती है, तोह Sanitary Pads यूनिट्स भी इन्होने बनवाये.
३०० मैन्युफैक्चरिंग Sanitary Pads यूनिट्स लगाए, और इस में गाँव की जो औरते है उनको रोज़गार भी मिला, तोह यहाँ पर हुआ यह की गाँव की औरतो ने मोर्चा संभाला और यह Sanitary Pads गाँव में है मनुफक्चर हो रहे है , यह स्त्री स्वाभिमान स्कीम इसका का श्रेय Ravi Shankar Prasad को जाता है.
Digital Literacy
फिर Digital Literacy, अब Digital Literacy में बहुत सारी चीज़े आती है, Digital Literacy में सबकुछ ऑनलाइन है, Digi locker आपके जो भी सर्टिफिकेट अब सरकार जो है वह digitalis locker वह आपको प्रदान करेगी आप अपने सर्टिफिकेट्स को वहा पर रख सकते है.
ENAM, Electronic national agriculture mission यह सब से बेहतरीन स्कीम थी हालांकि यह इतनी सफल नहीं हो पायी, लेकिन जो पैसा है वह सीधा डालो किसान के खाते में.
Bheem App, Bheem UPI ने तोह सबको किनारे कर दिया, जितने भी डिजिटल इ-वॉलेट है न उन सब को किनारे कर दिया, और इस समय UPI चल रहा है, २०१४ से २०१८ तक ४००% भाड़ोत्री हुई है UPI पेमेंट जो होते है उस में, UPI में आपको एक एड्रेस दिया जायगा बस फिर आपको कही पर भी डिजिटल पेमेंट करना है तोह वही एड्रेस दाल दिज्ये सीधा आपके पास मैसेज आएगा उस पर क्लिक कर के पेमेंट कर दिज्ये.
तोह यह सब डिजिटल सर्विस है, और यह सब Digital Literacy के अंदर आता है.
फिर BPO भी गाँव में काफी सारे बनाये है, तोह हम देख रहे है की २०० से ज़्यादा BPO यूनिट भी शुरू हो गए है, अब क्योँकि BPO बनाये है तोह रोज़गार भी मिला है सबको.
Triple Talaaq
फिर Triple Talaaq, दोस्तों यह कानून मंत्री है, देखिए पवित्र क़ुरआन के हिसाब से तलाक़ की जो रीत है वह अलग है, लोग क्या करते है की ३ बार तलाक़ बोल दिया तोह बात ख़तम तलाक़ हो गया तोह यह बहुत वक़्त से मुस्लिम औरतो की शिकायत थी, या फिर आप यह भी कह सकते है की किसी धर्म के कानून को ज़बरदस्ती बदला गया.
२०१७ और २०१८ में यह पहले भी इसका बिल आया था लेकिन पास नहीं हो पाया क्योँकि राजयसभा में आपसी सहमति नहीं थी लेकिन २०१९ में यह पास हो गया और यह जो Triple Talaaq का प्रकरण होता था इसे बंद किया गया.
अब क्योँ की इतना सब काम इन्होने किया है तोह जो २०१८ में 100 most influential people in Digital Government की लिस्ट आयी थी इस में यह २० वे स्थान पे थे.
तोह दोस्ती यह थी रवि शंकर प्रसाद जीवनी – Biography of Ravi Shankar Prasad in Hindi.